धनु राशि (ये, यो, भा, भी, धा, फ, ढ, भे)

व्यवसाए :

साल 2016 सफलतापूर्वक उन्नति के लिए शुभ रहेगा। कानूनी परेशानियों से थोड़ा संभलकर रहे । धन लाभ का समय है । समय का लाभ उठाएं । पैतृक धन संपत्ति मिलने की संभावना बढ़ेगी । लोहा, कच्चे तेल, कच्चे माल के कारखानों आदि से जुड़े लोग के लिए समय विशेष लाभकारी रहेगा । व्यापार में उन्नति आशा से अधिक लाभ की संभावना बढ़ेगी । आर्थिक लाभ होगा एवं कार्यों में वृद्धि होगी । गुप्त रूप से कुछ लोग आपके कार्य में बाधा पहुंचा सकते है । अतः सावधान रहे । वर्ष 2017 में शनि आपके द्वादश भाव यानि वृश्चिक निकलकर राशि पर गोचर करने लगेंगे । शनि का यह गोचर आपके व्यावसायिक कार्यों के लिए शुभ रहेगा । इसके साथ ही आप पर शनि साढेसाती का द्वतीय चरण आरंभ होगा ।

धन संपत्ति :

आर्थिक दृष्टि से आपके लिए उत्तम कोटि का रहेगा । आप अपने उद्योग धंधों से निश्चित तौर पर परिवर्तन करेंगे । आपका व्यापार खूब चमकेगा । अकस्मात धन मिलने की संभावना बन सकती है । आर्थिक लाभ में वृद्धि होगी । आप इस वर्ष नयी संपत्ति में निवेश करेंगे । बैंकिंग संस्थानों से कर्ज, आसान वित्त आदि भी प्राप्त हो सकेंगे ।

घर -परिवार समाज :

पारिवारिक दृष्टि से यह वर्ष एच रहेगा । मंगल की सप्तम भाव पर जीवनसाथी के स्वास्थ्य के शुभकर नहीं रहेगा । अतः जीवनसाथी के स्वास्थ्य का ध्यान रखे । भाई-बहनों से संबंध अच्छे बने रहेंगे । परिवार में मांगलिक कार्य होंगे । सुख व संपंनता का माहौल रहेगा ।

स्वास्थ्य :

शनि का गोचर जन्मराशि पर शनि के साढ़ेसाती के प्रभाव का कारन बन रहा है । इस निराशाभाव की अधिकता आप स्वयं में महसूस करेंगे । वर्ष के पूर्वाद्धर में गुरु की धनु राशि पर दृष्टि है जो स्वास्थ्य उत्तम रखेगी ।

करियर एवं प्रतियोगी परीक्षा :

गुरु का पंचम भाव पर प्रभाव आपको नए विषय को सीखने, क्रियात्मक अवं सृजनात्मक विषेयों की तरफ आकर्षित करेगा । आपका आध्यत्मिक विषयों की तरफ रुझान बढ़ सकता है । मैनेजमेंट, प्रशासनिक, शिक्षण से जुड़े लोगो को रिसर्च व ट्रेंनिंग के सिलसिले में विदेश जाने का मौका मिल सकता है ।

यात्रा तबादला :

इस वर्ष इच्छा के अनुसार तबादला होने में थोड़ा विलम्ब होगा । नौकरी बदलने के लिए मार्च 2016 शुभ रहेगा । इसके अलावा नवम्बर माह में स्थान परिवर्तन किया जा सकता है ।

धर्म कार्य एवं गृह शान्ति :

आपके लिए शनि स्तोत्र का पाठ करना लाभप्रद रहेगा । अमावस्या को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों तेल का दीपक रखे ।